योग का हमारे जीवन के लिए एक वरदान से कम से नहीं है। जिसने भी अपने जीवन में योग अपना है उसका जीवन स्वस्थ और आनंदमय जीवन होता है। दुनिया भर में हर साल 21 जून का दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। 21 जून को योग दिवस मनाने का सबसे पहला कारण यह है कि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। योग हमारे जीवन को हमेशा स्वस्थ और आनंदमय रखता है इसीलिए इस दिन को योग दिवस के लिए चुना गया कि जैसे दिन लंबा वैसे ही हमलोग भी लंबी आयु तक जीवित रहे ।योग दिवस का पहल हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र सभा में रखा था, जिसकी मंजूरी दिसंबर 2014 में मिली और उसी में यह निर्धारित किया गया कि हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
इस बार का योगा थीम:
हर साल की भांति इस बार भी योग का थीम रखा गया है। 2020 में कोरोना महामारी के चलते ‘घर मे रहकर योगा करे’ थीम रखा गया गया था चुकी सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद इस साल भी कोरोना देश से पूरी तरह से खत्म नही हुआ है। ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ इस बार का थीम रखा गया है।

पहली बार कब मनाया गया था योग दिवस:
21 जून 2015 को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। यह एक लक्ष्य की तरह देखा गया था कि हमें अपने जीवन में योग अपना के एक स्वस्थ जीवन का लाभ उठाना चाहिए हमेशा खुश रहना चाहिए इन्हीं सब कारणों से योग दिवस मनाया जाने लगा।
योग क्या है:
योग का अर्थ है मिलना, खुद से, अपने आप को जानना, मन को नियंत्रित कर अपने वश में करना। कहा जाता है 27000 साल पुराना है योग, जिसे 2000 साल पहले महर्षि पतंजलि के द्वारा लिखा गया विज्ञान ने भी योग का काफी महत्व दिया है। महर्षि पतंजलि के अनुसार जो का मूल मंत्र है अष्टांग योग। अष्टांग योग का मतलब है अपने आठों अंगों को अपने वश में करना। योग अपने से हमे कई फायदे हैं। योग अपनाने से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है, हमारा शरीर लचीला होता है और हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
कुछ महत्वपूर्ण योगासन:

सूर्य नमस्कार

ताड़ासन

पद्मासन

शीर्षासन

त्रिकोणासन

वज्रासन

धनुरासन

भुजंगासन

इस योग दिवस पर हमें यह प्रण लेना चाहिए कि हम अपने जीवन में योग को अपनाए और दूसरों को अपनाने के लिए प्रेरित करे। योग दिवस का ये मतलब नही होना चाहिए कि बस एक सेल्फी ले और अपने सोशल मीडिया पर डाल दे और अगले दिन से योग से कोई मतलब ही न रहे। आपका एक कदम आपको हमेशा स्वास्थ्य बनाये रखेगा। इस बार हमे ये प्रण लेना है कि योग अपनाओ रोग भगाओ। कोरोना को भागना है योगा अपनाना है। अगर हमलोग मिल कर ये प्रण ले और उस पर अमल करने लगे तो बहुत जल्द पूरा भारतवर्ष ही नही बल्कि पूरी दुनिया स्वास्थ्य होगी।